
” मुझे फर्क नहीं पड़ता कि उस घटना के पीछे किसका बेटा है, यह पूरी तरह अस्वीकार्य और अनुचित है” ऐसा प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा सांसदों की बैठक में कहा।
अब ये बताने की कोई भी ज़रूरत नहीं है कि ये बयान किसके लिए दिया गया। अपनी लंबी चुप्पी के लिए जाने वाले पीएम मोदी ने अपनी ही पार्टी के विधायक आकाश विजयवर्गीय की निंदा की है।
दरअसल बीते 26 जून को भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने अपने चुनाव क्षेत्र में एक मकान गिराने आए नगर निगम के अधिकारियों पर बल्ले से हमला कर दिया था। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया फिर उन्हें जमानत भी मिल गई थी।
अब क्योंकि पीएम मोदी आकाश विजयवर्गीय के हमले की निंदा की है, तो सवाल उठता है की ये एक चेतावनी है या फिर सिर्फ एक औपचारिकता जो उन्होंने प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान पर भी की थी। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रज्ञा ठाकुर की ही तरह आकाश विजयवर्गीय को भी पार्टी से निकाल देने की बात पीएम मोदी ने कही है।
पीएम मोदी ने आकाश के जेल से बाहर आने पर उनके समर्थकों द्वारा हवाई फायरिंग किए जाने की भी निंदा की है। साथ ही ये भी कहा कि जो भी उनका स्वागत करने गया था, उसे भी पार्टी से निकाल दिया जाना चाहिए। पीएम मोदी के इस बयान को अगर कोई पहली नज़र सुनेगा या देखगा तो उसे लगे पीएम एक्शन में है।
‘Unacceptable’: PM @narendramodi lashes out at #AkashVijayvargiya for thrashing officerhttps://t.co/gi9ivy1cRb pic.twitter.com/apz1vLtopY
— Hindustan Times (@htTweets) July 2, 2019
मगर जिन्हें नहीं मालूम उन्हें पता होना चाहिए की भोपाल से सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को एक सच्चा देशभक्त बताया था। जिसके बाद पीएम मोदी ने बयान देते हुए कहा कि वो उन्हें कभी माफ़ नहीं कर पायेंगे। मगर आज प्रज्ञा ठाकुर आराम से संसद में बैठती है और सदन का हिस्सा बनी हुई है।